जीवन
है प्यारे अनमोल,
जीवन है
प्यारे अनमोल ...........
दुनिया
है बड़ी ही गोल ,
हमरा बिगारे
भूगोल .
मेरी
बातें है अनमोल ,
कर मत तू
टालमटोल .
जीवन है
प्यारे अनमोल ...........
खुद के
भीतर झांक ना पावै ,
सारी दुनिया को बुरी बतावै .
जहर भरा
तेरे अन्दर भी .
अरे मन
खुद का भी टटोल .
जीवन है
प्यारे अनमोल ..........
मन में
काहै रखता घात ,
काहै
करता झूंठी बात ,
कर्कश
वाणी को तू छोड़ ,
मिश्री
बातों में तू घोल .
जीवन है
प्यारे अनमोल ..........
सच से
कभी ना प्रीत लगावे,
झुंठो को
ही मीत बनावै,
झुंठ का
गाढ़ा पैर ना होवै,
इक दिन खुल
जाती है पोल .
जीवन है
प्यारे अनमोल ............
धन-माया
सारी छुट ही जाती ,
पाप की
हांड़ी फुट ही जाती .
पाप किये
जिसने भी प्यारे ,
एक दिन
फुटा उसका ढोल .
जीवन है
प्यारे अनमोल ............
मन के सारे
कांटे चुन ,
काम-क्रोध
को जम के धुन ,
काहै होवै डांवाडोल ,
प्यारे
मन की गांठे खोल .
जीवन है
प्यारे अनमोल ............
सुन अपने
मन का साज ,
बदल जीने
का अंदाज ,
तेरी
कीमत तू ही जाने ,
तू खुद
ही खुद को तोल .
जीवन है
प्यारे अनमोल ...........
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