विषय क्रमांक – ७७ (जनता कर्फ्यू)
जनता
कर्फ्यू सफल बनाओ ,इस वैश्विक महामारी में.
मस्त-स्वस्थ
हम तभी रहेंगे, इस कोरोना बीमारी में.
कुछ
दिन रह लो अकेलो में, ना जाऔ तुम मेलो में.
सोशल
डिस्टेंट को अपनाओं , विजिट करो ना बस रेलों में.
घर
को ही पर्यटन मानो ,समझो ना चार दीवारी में.
जनता
कर्फ्यू सफल बनाओ ,इस वैश्विक महामारी में.
हैन्डसेक
से नाता तोडो, नमस्ते करो अभिवादन में.
मुंह
पर मास्क लगाओ, दुरी रखो यात्रियों से साधन
में.
मुझको
तो ना होगा संक्रमण, ना रहो खुमारी में.
जनता
कर्फ्यू सफल बनाओ ,इस वैश्विक महामारी में .
खान-पान
में रखो शाकाहार, मूर्खता है माँसाहार खाने में.
सैनितिज़र
डेटोल से हाथ धोऔ ,जब भी जाओ पाखाने में.
साफ़-सफाई
की जागरूकता हो, बच्चों में नर-नारी में.
जनता
कर्फ्यू सफल बनाओ ,इस वैश्विक महामारी में .
ध्यान
ना दे झूठी भ्रामक खबरों पर, फसे न अफवाहों में.
अलगाव
ही निदान है इसका, इलाज नहीं दुआओ-दवाओं में.
संग्रहित
करे आवश्यक वस्तुयें , विश्वास न करे कालाबजारी में .
जनता
कर्फ्यू सफल बनाओ, इस वैश्विक महामारी में .
हर्ज
नहीं टोल फ्री न० पर रोगी की पहचान बताने में .
अगर
कोई हो आस-पास संक्रमित .भला नहीं छुपाने में
उसका
और हमारा बुरा ही होगा. रोगी की खातिरदारी में .
जनता
कर्फ्यू सफल बनाओ, इस वैश्विक महामारी में .
पुस्तकें
पढो, टी.वी,मोबाइल देखो ,व्यस्त रहो कविता बनाने में .
काटो
ये आफत काल , समय नहीं लगेगा फिर से मुस्कुराने में
आफिस
अगर जाना ही हो .तो जाओ एक-एक बारी में या
पारी में .
जनता
कर्फ्यू सफल बनाओ इस वैश्विक महामारी में .
संयमित
संकल्पित जीवन रखो , रहो न भय, आतंक, लाचारी में .
हिस्सा
बनो ना भीड़-जुलुस का ,ना जाओं नाते रिश्तेदारी में .
लापरवाही
करो ना इस बीमारी में ,भलाई है समझदारी में .
जनता
कर्फ्यू सफल बनाओ इस वैश्विक महामारी में .
कुमार
महेश (२०-०३-२०२०)
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