प्यार करे तो करें कैसे?
जो हमेशा दर्द देते हैं,उनसे प्यार करे तो करें कैसे?
कहते कुछ है,करते कुछ,ऐतबार करें तो करें कैसे?
हवा के रूख पे जो बदले,गिरगिट की तरह रंग करें।
उनको इत्मिनान के रंग से,सरोबार करें तो करें कैसे?
हिकारत नजरों मे है ,आंखों पे बैठाने की बात करे।
बेकार मे ही नजरें उनसे, दो-चार करें तो करें कैसे?
अब पत्थर दिल इसांन,बिना स्वार्थ के न भक्ति करें।
पत्थर के भगवान भी,चमत्कार करें तो करें कैसे?
अछूते है, वे सकून-शांति से, जितनी हौशयारी करें।
शिकस्त ही मिली है वो,पर इजहार करें तो करें कैसे?
सामान सौ बरस का और नहीं पल की खबर करें।
"कुमार" छल का यह व्यापार,भी करें तो करे कैसे?
"कुमार महेश" 23/08/2020
लालसोट, राजस्थान
( व्यथित मन का सृजन)
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