TEACHING & WRITING BY MK

इस ब्लॉग पर मेरी विभिन्न विषयों पर लिखी गई कविता, कहानी, आलेख और शिक्षण सामग्री का प्रकाशन किया जाता है.

समय TIME

TIME-IS-VALUABLE

समय ......................TIME.................... 

न समय जैसा कोई साथी ,न समय जैसा उत्पाती,

न ऐसा कोई भाई , न ऐसा कोई कसाई।

कैसा बन्धू कैसा अपना, कैसा बैरी ,कैसा सपना !

जब पडें समय की मार, तो बचना बडा दुश्वार ।

जब समय का बजे बाजा, तो रंक बने राजा।

जब समय से टूटे यारी, तो राजा बने भिखारी।

सुबह उदस तो शाम अस्त, कल का दिग्विजयी आज पस्त!

पर्वतों की ठौर आज पानी, दर दर की भिखारीन बनी आज रानी!

इधर की छाया उधर, जाने कौन गया किधर!

इसकी माया अपरम्पार, इसकी लीला के रूप हजार ,

कैसा भी योद्धा इससे लडे, वह धूल चाटे औधां पडे।

वक्त आता है ,चला जाता है ,वक्त हर शै को भूल जाता है .

इस वक्त को संभालो यारों ,ये वक्त बेवक्त काम आता है I

समय अमूल्य हैक्योंकि एक बार गया समय कभी वापस नहीं आता. इसलिए हमेशा समय का सदुपयोग करना चाहिए. समय का सदुपयोग करने वाला जीवन में हमेशा तरक्की की ओर अग्रसर होता हैसमय दिखाई नहीं देतापर बहुत कुछ दिखा जाता है ! समय अध्यापक नहीं है ,पर बहुत कुछ सीखा जाता  है।

अपने जीवन के हर मिनट का आनंद लेना सीखें। अभी खुश रहो। भविष्य में आपको संतुष्ट करने के लिए खुद से बाहर किसी चीज़ का इंतज़ार नहीं होगा Iयदि आप समय का महत्त्व नहीं समझ रहे हैं तो समय भी ऐसा ही कर रहा है i  

वन में स्थित एक आश्रम में एक ज्ञानी साधु रहते थे. ज्ञान प्राप्ति की लालसा में दूर-दूर से छात्र उनके पास आया करते थे और उनके सानिध्य में आश्रम में ही रहकर शिक्षा प्राप्त किया करते थे.

आश्रम में रहकर शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों में से एक छात्र बहुत आलसी था. उसे समय व्यर्थ गंवाने और आज का काम कल पर टालने की बुरी आदत थी. साधु को इस बात का ज्ञान था. इसलिए वे चाहते थे कि शिक्षा पूर्ण कर आश्रम से प्रस्थान करने के पूर्व वह छात्र आलस्य छोड़कर समय का महत्व समझ जाए. 

TIME-USE-WISELY

इसी उद्देश्य से एक दिन संध्याकाल में उन्होंने उस आलसी छात्र को अपने पास बुलाया और उसे एक पत्थर देते हुए कहा, “
पुत्र! यह कोई सामान्य पत्थर नहीं, बल्कि पारस पत्थर है. लोहे की जिस भी वस्तु को यह छू ले, वह सोना बन जाती है. मैं तुमसे बहुत प्रसन्न हूँ. इसलिए दो दिनों के लिए ये पारस पत्थर तुम्हें दे रहा हूँ. इन दो दिनों में मैं आश्रम में नहीं रहूंगा. मैं पड़ोस के गाँव में रहने वाले अपने एक मित्र के घर जा रहा हूँ. जब वापस आऊंगा, तब तुमसे ये पारस पत्थर ले लूंगा. उसके पहले जितना चाहो, उतना सोना बना लो.

छात्र को पारस पत्थर देकर साधु अपने मित्र के गाँव चले गए. इधर छात्र अपने हाथ में पारस पत्थर देख बड़ा प्रसन्न हुआ. उसने सोचा कि इसके द्वारा मैं इतना सोना बना लूंगा कि मुझे जीवन भर काम करने की आवश्यकता नहीं रहेगी और मैं आनंदपूर्वक अपना जीवन व्यतीत कर पाऊँगा.    

उसके पास दो दिन थे. उसने सोचा कि अभी तो पूरे दो दिन शेष हैं. ऐसा करता हूँ कि एक दिन आराम करता हूँ. अगला पूरा दिन सोना बनाता रहूंगा. इस तरह एक दिन उसने आराम करने में बिता दिया.

जब दूसरा दिन आया, तो उसने सोचा कि आज बाज़ार जाकर ढेर सारा लोहा ले आऊंगा और पारस पत्थर से छूकर उसे सोना बना दूंगा. लेकिन इस काम में अधिक समय लगेगा नहीं. इसलिए पहले भरपेट भोजन करता हूँ. फिर सोना बनाने में जुट जाऊंगा.

भरपेट भोजन करते ही उसे नींद आने लगी. ऐसे में उसने सोचा कि अभी मेरे पास शाम तक का समय है. कुछ देर सो लेता हूँ. जागने के बाद सोना बनाने का काम कर लूंगा. फिर क्या? वह गहरी नींद में सो गया. जब उसकी नींद खुली, तो सूर्य अस्त हो चुका था और दो दिन का समय पूरा हो चुका था. साधु आश्रम लौट आये थे और उसके सामने खड़े थे.

साधु ने कहा, “पुत्र! सूर्यास्त के साथ ही दो दिन पूरे हो चुके हैं. तुम मुझे वह पारस पत्थर वापस कर दो.

छात्र क्या करता? आलस के कारण उसने अमूल्य समय व्यर्थ गंवा दिया था और साथ ही धन कमाने का एक सुअवसर भी. उसे अपनी गलती का अहसास हो चुका था और समय का महत्व भी समझ आ गया. वह पछताने लगा. उसने उसी क्षण निश्चिय किया कि अब से वह कभी आलस नहीं करेगा.

जीवन में उन्नति करना चाहते हैं, तो आज का काम कल पर टालने की आदत छोड़ दें. समय अमूल्य है, इसे व्यर्थ ना गंवायें, क्योंकि एक बार हाथ से निकल जाने के बाद समय कभी दोबारा वापस नहीं आता.समय के सदुपयोग के लिए निम्न STEP पर EXCERCISE करें

VALU YOYR TIME

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  • ·         प्रत्येक कार्य के लिए एक समय सीमा निर्धारित करें Set a time limit for each task
  • ·         एक समय में एक काम पर ध्यान केंद्रित करें Focus on one task at a time
  • ·         कठोर परिश्रम की जगह बुद्धिमानी से काम करो Work Smarter, Not Harder
  • ·         छोटे ब्रेक लेकर अपने आप को तरोताजा Refresh yourself by taking short breaks
  • ·         काम के प्रति  प्रेरित रहें Be motivated to work

                        कुमार महेश (4-3-2021)


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कुमार MAHESH

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