TEACHING & WRITING BY MK

इस ब्लॉग पर मेरी विभिन्न विषयों पर लिखी गई कविता, कहानी, आलेख और शिक्षण सामग्री का प्रकाशन किया जाता है.

लोक डाउन में इस तरह हम खुशियां ढूंढ लेते हैं।


लोक डाउन में इस तरह हम खुशियां ढूंढ लेते हैं।
कभी ऊपर घूम लेते हैं ,कभी नीचे घूम लेते हैं,
दिनभर करते रोमांस ,प्रियतम संग झूम लेते हैं।
लोक डाउन में इस तरह हम खुशियां ढूंढ लेते हैं।

कभी सब्जी काट लेते हैं, कभी आटा गुंध लेते हैं,
कभी मालिश करते हैं ,कभी उनकी चोटी गुंथ लेते है।
लोक डाउन में इस तरह हम खुशियां ढूंढ लेते हैं।

कभी उनको मनाते हैं ,कभी उनसे रूठ लेते हैं ,
कोरोना पर आता गुस्सा ,तो कपड़े कूट लेते है।
लोक डाउन में इस तरह हम खुशियां ढूंढ लेते हैं।

कभी टीवी में झांक लेते हैं ,कभी Description: https://static.xx.fbcdn.net/images/emoji.php/v9/t57/1/16/1f4f1.pngमें झाँक लेते हैं,
वायरस के डर से दिन भर, चेहरा हम ढाँक लेते हैं।
लोक डाउन में इस तरह हम खुशियां ढूंढ लेते हैं।

कभी करवट बदलते हैं ,कभी जबरदस्ती ऊंघ लेते हैं,
बार-बार आती रहती, किचन की खुशबू सूंघ लेते हैं।
लोक डाउन में इस तरह हम खुशियां ढूंढ लेते हैं।

कभी शुगर बताती ,कभी बीपी, न देती तो कुढ लेते हैं,
जब खीझ आती है तो ,खुद अपना सर मूंड लेते हैं।
लोक डाउन में इस तरह हम खुशियां ढूंढ लेते हैं। 
कुमार @ महेश 28-03-020)
                                                                   लालसोट, राजस्थान



SHARE

कुमार MAHESH

Hi. I’m Designer of Blog Magic. I’m CEO/Founder of ThemeXpose. I’m Creative Art Director, Web Designer, UI/UX Designer, Interaction Designer, Industrial Designer, Web Developer, Business Enthusiast, StartUp Enthusiast, Speaker, Writer and Photographer. Inspired to make things looks better.

  • Image
  • Image
  • Image
  • Image
  • Image
    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 comments:

Post a Comment