जिंदगी |
जिन्दगी को खुबसुरत बनाने का एक ही जरिया है, और वो है - मेहनत
ख्वावों को यदि अगर हकीकत की जमीं पर उतारना है, सिफर से शिखर तक का सफर तय करना है तो एक ही संकल्प है, जिसका नहीं कोई दूसरा विकल्प है ......
यानी ......मेहनत ,मेहनत और यानी सख्त मेहनत
यकीन मानिए दूनिया का कोई भी इंसान बगैर मेहनत के अपने ख्वावों को पूरा नहीं कर सकता।
इसी विषय पर एक प्रेरणा गीत मेहनत में अद्भूत ताकत, प्रेरणा और उत्साह का चमत्कारिक मिश्रण और प्रभाव देखने को मिलता है, जिसे दिल से सुना जाये और दिमाग से लागू किया जाये ।
तो यकीनन जिन्दगी में कामयाब होने से हमें कोई नहीं रोक सकता।
इस गीत की एक एक पंक्ति में कामयाब जिदंगी के राज छुपे है।
बिन मेहनत के जीवन का सपना साकार नहीं होता।
केवल बातें करने से ,बेडा पार नहीं होता।
लक्ष्य अगर हासिल करना है तो तुमको तपना होगा।
अलग भीड से दिखने की खातिर तुमको तो खपना होगा।
झूूंठमूठ के सपनों से सच का श्रृंगार नहीं होता।
केवल बातें करने से बेडा पार नहीं होता।
मिली सफलता जिनकों भी वो रातों रात नहीं पनपे।
कठिन परिश्रम मंत्र था उनका ,और नियत्रंण था मनपे।
मेहनत की बूंदों से सिंचित फल, बेकार नहीं होता।
केवल बातें करने से बेडा पार नहीं होता।
मन में इक संकल्प जगाओं, जान फूँक दो लाशों में।
जीवन में ऐसा कर जाओ, नाम रहें इतिहासों में।
बिना कर्म के हाथ की रेखाओं का ,सार नहीं होता।
केवल बाते करने से बेडा पार नहीं होता।
तन की सुंदरता कटती है, समय की तेज कटारी से,
मन की सुंदरता बढती है, मेहनत के संग यारी से।
दिवारें वो ढह जाती है,जिनका आधार नहीं होता।
केवल बातें करने से बेडा पार नहीं होता
बिन मेहनत के जीवन का सपना साकार नहीं होता।
------कुमार महेश-----
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